BCG Full Form in Hindi : इस पोस्ट में हम आपको BCG के बारे में बताने वाले हैं। क्या आप BCG Full Form in Hindi की खोज कर रहे हैं, इस पोस्ट में आपको BCG Full Form की पूरी जानकारी दी गई है। साथ ही हमने BCG क्या है, बीसीजी का टीका क्यों लगाते है, बीसीजी का टीका कब लगवाना चाहिए, बीसीजी का टीका की खोज किसने की थी, बीसीजी का टीका कब लगता है इत्यादि के बारे में भी पूरी जानकारी दी है। आइए जानते हैं।
बीसीजी क्या है? ॰ What is BCG in Hindi ॰ BCG Kya Hai
बीसीजी टीबी के खिलाफ एक टीका है। यह शरीर में तपेदिक यानी टीबी के ख़िलाफ़ प्रतिरक्षा का निर्माण करने में मदद करता है। BCG Vaccine का आविष्कार अल्बर्ट कैलमेट और केमिली गुइरिन ने किया था, जो दो फ्रांसीसी जीवाणुविज्ञानी थे। बीसीजी टीका का पहली बार 1921 में डॉ वेल-हेल द्वारा तपेदिक वाले बच्चे के इलाज के लिए इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद वर्ष 1921 से 1924 तक के तीन वर्षों में लगभग 320 बच्चों को बीसीजी का टीका लगाया गया था।
टीबी से संक्रमित राष्ट्रों में पैदा होने वाले बच्चों को यह BCG Vaccine लगाकर टीकाकरण किया जाता है। इस वैक्सीन का उपयोग मूत्राशय के ट्यूमर या मूत्राशय के कैंसर वाले मरीज़ के लिए भी किया जाता है। इसके साथ ही बीसीजी का उपयोग शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाने और कैंसर कीमोथेरेपी में सहायक के रूप में भी किया जाता है। BCG Meaning ‘बैसिलस कैलमेट-गुएरिन’ होती है।
बीसीजी का पूरा नाम हिंदी में क्या है?
बीसीजी को हिंदी में बैसिलस कैलमेट-गुएरिन कहा जाता है।
BCG Full Form in Hindi
बैसिलस कैलमेट-गुएरिन (बीसीजी) टीका मुख्य रूप से तपेदिक (टीबी) के खिलाफ इस्तेमाल किया जाने वाला टीका है। BCG Full Form in Hindi – ‘बैसिलस कैलमेट-गुएरिन’ होता है।
बीसीजी कैसे काम करता है?
BCG का टीका माइकोबैक्टीरियम बोविस (Mycobacterium Bovis) के स्ट्रेन को कमज़ोर करके बनाया जाता है, ताकि यह बैक्टीरिया शरीर को नुक़सान पहुँचाये बिना इंसानी शरीर में टीबी रोग के प्रति प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण कर दे। आपको बता दें कि माइकोबैक्टीरियम बोविस टीबी रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया का एक प्रकार है।
- जब शरीर में BCG Vaccine लगाई जाती है, तो यह वैक्सीन संक्रमण को ट्रिगर किए बिना टीबी रोग फैलाने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करता है। जिससे निकट भविष्य में उस BCG Vaccine लगवाने वाले व्यक्ति को टीबी की बीमारी नही होती है।
- BCG Vaccine शरीर में लगने के बाद यह माइकोबैक्टीरियम बोविस (Mycobacterium Bovis) के प्रति एंटीबॉडीज बना देता है, जिससे भविष्य में टीबी रोग व कुछ अन्य जीवाणुओं से सुरक्षा मिलती है।
- इस प्रकार, बीसीजी का टीकाकरण (BCG Vaccination) हमारे शरीर को टीबी बैक्टीरिया के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित करने की अनुमति देता है जो तपेदिक प्रतिरक्षा (Tuberculosis Immunity) प्रदान करते हैं।
बीसीजी टीका लगने के बाद देखभाल और सुरक्षा
- डॉक्टर की अनुमति के के बाद BCG का टीका लगवाया जाना चाहिए।
- शरीर के जिस हिस्से में BCG का टीका लगाया जाता है, उस हिस्से को लगभग 24 घंटे के लिए साफ और सूखा बनाए रखना ज़रूरी होता है।
- शरीर के जिस हिस्से में BCG का टीका लगा हुआ होता है, अगर वहाँ से कुछ तरल रिसाव होने लगे या घाव होने लगे तो तुरंत डॉक्टर को दिखा कर उसको साफ़ करवा के सूखी ड्रेसिंग (Dry Dressing) के साथ मुलायम कपड़े का इस्तेमाल करें।
- यदि आवश्यक हो, तो शरीर के उस हिस्से को साफ करने के लिए Sterile Alcohol Swab का उपयोग कर सकते हैं।
- किसी भी तरह का मरहम, बैंड-सहायता, एंटीसेप्टिक क्रीम आदि का उपयोग न नही करना चाहिए।
कुछ व्यक्तियों में, यह BCG का टीका लगने के बाद कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। ऐसे लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह के BCG का टीका नही लगवाना चाहिए। ऐसे व्यक्तिओं में शामिल हैं जो हैं:
- जिसको व्यक्ति को पहले से ही टीबी हो।
- यदि कोई व्यक्ति HIV से पीड़ित है।
- जिस व्यक्ति का Mantoux टेस्ट Positive आया हो।
- जिस व्यक्ति का इम्यून सिस्टम यानी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत कमज़ोर हो।
- गर्भवती महिलाएं।
————- BCG FAQs ————–
Bacille Calmette-Guerin
बैसिलस कैलमेट-गुएरिन
Bacille Calmette-Guerin
Bacille Calmette-Guerin
Bacille Calmette-Guerin
Bacille Calmette-Guerin : तपेदिक यानी टीबी के खिलाफ एक प्रभावी टीके को BCG कहा जाता है। बीसीजी का अविष्कार अल्बर्ट कैलमेट और केमिली गुइरिन ने किया था। बीसीजी माइकोबैक्टीरियम बोविस नामक बैक्टीरिया का एक कमजोर (क्षीण) संस्करण है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस से निकटता से संबंधित है, जो तपेदिक बीमारी के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया है।
BCG stands for Bacillus Calmette-Guerin
बैसिलस कैलमेट-गुएरिन
BCG को ही कुछ लोगों द्वारा बस्ग पढ़ा जाता है। जिसका फ़ुल फ़ॉर्म है – ‘बैसिलस कैलमेट-गुएरिन’
बीसीजी का टीका (BCG Vaccine) लगवाने से शरीर में तपेदिक यानी टीबी रोग से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज का निर्माण होता है, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत होती है और भविष्य में टीबी जैसी ख़तरनाक बीमारी होने का ख़तरा टल जाता है। इसलिए सभी लोगों को BCG का टीका लगवाना चाहिए।
बीसीजी का टीका कब लगता है? या बीसीजी का टीका कब लगवाना चाहिए? – सभी नवजात को टीबी के संक्रमण से बचाव के लिए जन्म के समय से BCG (बीसीजी) दिया जाना चाहिए। यह टीका शिशु को एक वर्ष की उम्र तक लगाया जा सकता है। हालाँकि जिन बच्चों को 1 वर्ष के अंदर BCG का टीका नही लग पाता है, उनको डॉक्टर की सलाह पर 5 साल के अंदर लगाया जा सकता है। ऐसे लोग जिनको टीबी होने का अधिक खतरा होता है, वो भी BCG का टीका लगवा सकते हैं।
बीसीजी का टीका की खोज या आविष्कार अल्बर्ट कैलमेट और केमिली गुइरिन (Albert Calmette and Camille Guerin) ने किया था। इस टीके का सबसे पहले प्रयोग 1921 में डॉ वेलहेल द्वारा तपेदिक (टीबी) रोग से ग्रसित बच्चे के इलाज के लिए किया गया था।
निष्कर्ष – BCG Full Form in Hindi
इस पोस्ट में हमने आपको BCG Full Form in Hindi यानी बीसीजी का पूरा नाम हिंदी में क्या है के बारे में पूरी जानकारी दी है। इसके साथ ही हमने आपको बताया की BCG क्या है और क्यों लगवाना चाहिए बीसीजी का टीका (BCG ka Tika)। इस टीके को लगवाने के क्या फ़ायदे हैं। सब कुछ हमने आपको बता दिया ताकि आपका कन्फ़्यूज़न दूर हो सके और आपको सही जानकारी मिल सके।
आशा करते हैं की आपको हमारी यह पोस्ट ‘BCG Full Form in Hindi यानी बीसीजी का पूरा नाम हिंदी में क्या है’ पसंद आई होगी। इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में ज़रूर शेयर करें, ताकि सभी लोगों को BCG के टीके के बारे में सही जानकारी हिंदी में मिल सके और जल्द ही भारत एक टीबी मुक्त राष्ट्र बन सके।