GIFT City गुजरात की जानकारी, GIFT City क्या है और कब तक बन कर तैयार होगी, GIFT City Full Form

गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (GIFT) को एक ग्लोबल फाइनेंशियल हब के रूप में Develop किया जा रहा है। यह भारत की पहली स्मार्ट सिटी है। GIFT City में World Class Infrastructure बनाया जा रहा है, जो इसे India की सबसे Advanced और High-tech Smart City बनाएँगे। इस City को बनाने का प्लान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है, गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने इसकी प्लानिंग की थी। GIFT City बनने के बाद यह देश का सबसे खूबसूरत शहर होगा।

GIFT City
GIFT City

GIFT City में वर्तमान में 225 कंपनियां अपना ऑफिस खोल कर काम चालू कर चुकी हैं। इन 225 कंपनियां में लगभग 12000 से अधिक कर्मचारी काम कर रहें हैं।

GIFT City Full Form :

GIFT City Full Form is – Gujarat International Finance Tec city
GIFT City Full Form in Hindi – गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी
इसको हिंदी में गुजरात का अंतर-राष्ट्रीय वित्तीय और टेक शहर भी कह सकते हैं।

GIFT City – Gujarat International Finance Tec city

GIFT City, अहमदाबाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लगभग 12 किमी दूर साबरमती नदी के तट पर स्थित है। यह भारत की पहली स्मार्ट सिटी और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र है। GIFT City को गुजरात सरकार द्वारा ग्रीनफील्ड परियोजना के रूप में बढ़ावा दिया गया था। शहर को Financial Business के उद्देश्य से बनाया गया है और इस गिफ्ट सिटी में आवासीय और व्यावसायिक परिसर और बिल्डिंग बनाए गए हैं। यह सिटी अभी Under Constructin हैं।

GIFT City 4 और 6 लेन State Highway और National Highway से जुड़ा हुआ है। गिफ्ट सिटी को अहमदाबाद और गांधीनगर के विभिन्न हिस्सों साथ ही सबसे नजदीकी हवाई अड्डे से जोड़ने के लिए एक डबल कॉरिडोर मेट्रो का निर्माण किया जा रहा है।

GIFT City की परिकल्पना “Vibrant Gujarat Global Investor Summit 2007” के दौरान की गई थी और इसकी प्रारंभिक प्लानिंग ईस्ट चाइना आर्किटेक्चरल डिज़ाइन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (ईसीएडीआई) द्वारा की गई थी। चीन की इसी कम्पनी को आधुनिक शंघाई की प्लानिंग का श्रेय दिया जाता है।

GIFT सिटी की योजना के अनुसार इसका निर्माण 359 हेक्टेयर भूमि में किया जाएगा। 359 हेक्टेयर भूमि को कई हिस्सों में विभाजित किया गया है। हर हिस्से में विशिष्ठ कार्य के लिए निर्माण होगा। इसके बारे में नीचे जानकारी दी गई है –

  • GIFT City का कुल निर्मित क्षेत्र के 62,000,000 वर्ग फुट होगा।
  • इसमें लगभग 110 इमारतें बनेंगी (67% वाणिज्यिक, 22% आवासीय और 11% सामाजिक सुविधाओं के लिए)।
  • वर्तमान में 2,000,000 वर्ग फुट वाणिज्यिक बिल्डिंग बन कर चालू हो चुकी हैं। एक और बिल्डिंग का कन्स्ट्रक्शन चल रहा है, जो की 3,000,000 वर्ग फुट में है।
  • अब तक GIFT सिटी के लिए 10,500 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है।
  • GIFT City के लिए 3 Level के Integrated Development Model का उपयोग किया गया है। प्रत्येक लेवल को एकीकृत सतत विकास के रूप में डिज़ाइन किया गया है। जैसे की पहले चरण में officies, Space Related Activities के लिए सुविधाएँ, आवासीय परिसर, स्कूल, होटल, क्लब आदि का विकास शामिल है।

GIFT City World Class Infrastructure

गिफ्ट सिटी में वर्ल्ड क्लास इंफ़्रारस्ट्रक्चर (Infrastructure) का निर्माण किया गया है। साथ में सिटी के बचें हुए कुछ इंफ़्रा प्राजेक्ट्स का निर्माण अभी भी चल रहा है। GIFT City World Class Utilities की जानकारी नीचे दी गई है :

1. GIFT City Telecommunication Services

GIFT सिटी परिचालन शुरू होने के बाद से दूरसंचार सेवाओं का 99.99% अपटाइम प्रदान करता है यानी आप बिना किसी रुकावट के दूरसंचार सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। वर्तमान में सिटी में 10 कंपनियाँ दूरसंचार सेवाओं प्रदान कर रही हैं।

पूरी गिफ्ट सिटी को FTTX फाइबर ऑप्टिक से जोड़ा गया है, ताकि बिना रुकावट high speed internet access किया जा सके। शहर का हर घर और कार्यालय फाइबर ऑप्टिक केबल से जुड़ा हुआ है।

2. Electricity in GIFT City

GIFT City में 400 मेगावाट बिजली की जा रही है। यहाँ बिना रुकावट के 99.999% समय तक यानी पूरे दिन और साल भर बिजली की आपूर्ति होती है। सिटी की योजना के अनुसार प्रति वर्ष लगभग 5.3 मिनट से ज़्यादा का बिजली आउटेज नही होना चाहिए।

बिजली के खम्भे और तारों के जंजाल से छुटकारा दिलाने और गिफ्ट सिटी को Beautiful City बनाने के लिए under ground टनल में बिजली के तार डालें गयें हैं। गिफ्ट सिटी में आपको कोई भी बिजली की तार नही दिखाई देगी सब कुछ इसी टनल के अंदर है। इस टनल को सिटी की यूटिलिटी सर्विसेज को under ground करने के लिए बनाया गया है।

3. GIFT City is Intelligent City

GIFT सिटी की हर इमारत एक इंटेलिजेंट बिल्डिंग है। प्रत्येक भवन में सार्वजनिक सर्विसिंग प्रणाली को इनबिल्ट इंटेलिजेंस से जोड़ा गया है। यह Intelligent प्रणाली उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा और काम को आसान बनाने के लिए हैं। GIFT सिटी की तरफ से शहर के सभी डेवलपर्स को एक इंटेलिजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम (IBMS) दिशानिर्देश जारी किया जाता है। सभी डेवलपर्स को इसी गिफ्ट सिटी IBMS दिशानिर्देश के अनुसार निर्माण कार्य करना पड़ता है। गिफ्ट सिटी का IBMS दिशानिर्देश यह सुनिश्चित करता है कि, शहर की सभी बिल्डिंग और उनकी सेवाएँ अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हों।

IBMS Full Form – Intelligent Building Management System

4. GIFT City : Piped gas

GIFT City में सभी घर और इमारतों में पाइप के द्वारा प्राकृतिक गैस (खाना बनाने के लिए) वितरित की जाती है, यह सिलेंडर की तुलना में सस्ती और सुरक्षित होती है। राज्य के स्वामित्व वाली कंपनी GSPL, अपने गैस ट्रांसमिशन पाइपलाइनों और गैस नेटवर्क की मदद से शहर में चौबीसों घंटे गैस की सप्लाई करती है। आपको बता दें की गांधीनगर और अहमदाबाद जैसे शहरों में पाइप के द्वारा गैस पहले से ही सभी घरों में सप्लाई की जाती है। इससे लोगों को सुरक्षा के साथ समय भी बचता है।

Air conditioning City

GIFT City भारत का पहला ऐसा शहर है, जिसमें DCS (District Cooling System) का उपयोग किया गया है। शहर में DCS का निर्माण पूरा हो चुका है और यह अब काम करने लगा है। इसकी क्षमता 10,000 टीआर की है। इसका पहला फेज 2015 से ही परिचालन में आ चुका है। DCS की वजह से गिफ्ट सिटी में घर को ठंडा रखने के लिए AC, कूलर, पंखों का इस्तेमाल कम होता है, इससे यहाँ काम करने वाली कंपनियों और यहाँ रहने वाले लोगों की लागत कम हो जाती है। उनका पैसा बचता है। इसकी वजह से प्रत्येक भवन में एयर कंडीशनर लगाने की पूंजीगत लागत में 30-40% की बचत होती है।

Solid waste management in GIFT City

गिफ्ट सिटी में कचरा प्रबंधन और प्रसंस्करण के लिए वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी और इंफ्रा का उपयोग किया गया है। शहर में सभी भवनों के प्रत्येक तल पर स्थापित किए गए vacuum chutes से कचरे को इकट्ठा करके under ground pipe से सीधे प्रसंस्करण संयंत्र में ले जाया जाता है। इसके लिए हर बिल्डिंग के कचरे को स्वचालित रूप से 90 किमी/घंटा की उच्च गति से भूमिगत chutes के माध्यम से अपनी तरफ खींचा जाता है यही से प्रसंस्करण संयंत्र में भेज दिया जाता है।

प्रसंस्करण संयंत्र में भेजने के बाद आधुनिक तरीक़ों से जैसे कि प्लाज्मा गैसीकरण सहित विभिन्न तरीकों के माध्यम से इसका प्रसंस्करण किया जाता है।